बहुत याद आता है वो पल

[postlink]http://vandana-techcare.blogspot.com/2008/10/blog-post_8071.html[/postlink]वो लम्हा वो पल गुज़र गया जो वो कल, बहुत याद आता है बहुत याद आता है.वो तेरा साथ वो मेरे हाथों में तेरा हाथ, लम्न्हो का नही जन्मो का जो अपना ये साथ हर पल बहुत याद आता है बहुत याद आता है तेरे प्यार का अहसास , तुझे मिलने की प्यास , जनता था मेरे सपनो को ये सारा आकाश ,वो एक पल को तुझ में सिमट जाने का अहसास, बहुत याद आता है बहुत याद आता है .न जाने क्यों बेचैन हो जाता हूँ मैं, ख़ुद से ही बेखबर हो जाता हूँ मैं हर पल ख्यालों में वो तुझको सोचते रहना ,तेरी तस्वीर से अक्षर वो घंटो तक बातें करना,बहुत याद आता है बहुत याद आता है.वो मेरा मिलाने का इरादा वो तेरा आने का वादा, वो बेचैन हो कर करना तेरा इंतज़ार, वो तेरा देर से आना आ कर बहने बनाना, वो तेरी बातें वो मेरा इंतज़ार बहुत याद आता है बहुत याद आता है वो जब मिले थे हम पहली बार ,जो बातें कही थी तुमने उस मुलाकात में , अब्ब भी उन सब्दों को रुके हुए रखा है मैंने दिल में वो हमारा किया हुआ पहला वादा साथ जीने मरने का इरादा बहुत याद आता है बहुत याद आता है वो तुम्हें चुना वो
तुमहरा शर्माना , तेरा दिया हुआ प्यार का वो पहला नज़राना,सोचता हूँ जब भी उन पलों को, रोक नही पता हूँ इन अन्स्सोनो को,वो तेरा रुदन वो मेरा मानना और तेरा मुस्कराना बहुत याद आता है बहुत याद आता है वो गले से लगना वो चाहत का जाताना वो पलकों को झुकाना वो आँखों को चुरानान्वो सिमटना बाँहों में एक दूजे की रह गए है बस अब ये बात सोचने की वो प्यार से तुझे दिखाते रहना बहुत याद आता है बहुत याद आता है बहुत याद आता है बहुत याद आता है सारी ज़मीं अपनी थी अपना था सारा आकाश नही था कंही भी किसी गम का अहसास वो हनथो में डाले हाँथ

बढे रहना एक दुसरे के पास बहुत याद आता है बहुत याद आता है वो झील का किनारा वो साथ तुम्हारा वो सपनो की दुनिया का घर हमारा वो कागज़ की किस्ती वो किनारे की मिटटी खुश थे हम कुश था चमन सारा कुशी का हर वो पल बहुत याद आता है बहुत याद आता है पता नही किसकी लगी नज़र बिखरने लगा हर सपना.. मगर वो हमारा विस्वास वो ज़माने से न डरने का इरादवो हर मुस्किल में एक दुसरे का साथ देने का वादा बहुत


याद आता है बहुत याद है वो ज़माने से हमारी पहली बगावत वो तुम्हारे हाथों का अटूट साथ वो हमारा एक दुसरे के लिए जीने का ख्वाब्बहुत याद आता है बहुत याद आता है वो दिन भी आया जब हमारा प्यार डगमगाया कितना संभाला मगर समभाल न पाया न मंज़र हुआ दुनिया के ये हमारा साथ कर दिए उसने जुदा हमारे हाथ बहुत कोशिश की मगर मैं कुछ कर न पयावो तेरा रोता चेहरा वो मेरे अन्स्सो वो बेबसी भरा हर एक लम्हा,बहुत याद आता है बहुत याद आता है और आज न तुम हो , न तुम्हारा साथ है.न कोई सच है न कोई इरादा है न कोई वादा है.फिर भी न जाने क्यों वो झूट , वो इतबार ..वो प्यार ..वो इंतज़ार.. वो ख्याल...वो ख्वाब ..वो बातें ..वो मुलाकातें..अब भी मुझे साडी रात हैं जागते ...नही भुला सकता मैं तेरा साथ एक पल के लिए भी...तू हर पल सनम बहुत याद आता है बहुत याद आता है....बहुत याद आता है बहुत याद आता है

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