[postlink]https://vandana-techcare.blogspot.com/2008/09/blog-post_1656.html[/postlink]मे तुमको कैसे भूल जाओ आप की याद तो हमेसा मुझे तडपती रहती है आप क्या जानो की आप मेरे दिल में किस तरह समाई हो तुम मेरी धड़कन हो और जिंदगी धड़कन के बिना नही चल सकती न .दीपू एक बार मे लखनऊ गया था वह स्टेशन पर एक पागल अजीब हरकत कर रहा था ,कही ख़ुद को पीटने लगता कही जमीं पर लेट जाता कही ख़ुद को पीटने लगता फिर उठता गोल गोल चक्कर लगाने लगताफिर जमीं पर लेट जाता और जोर जोर से रोने लगता पता है वो क्या कर रहा था दीपू वो अपने साये से पीछा छोड़ा रहा था अरे मे तुम तो मेरा साया हो और साया कब्र तक साथ नही छोड़ता आप तो मेरी धड़कन है मे आप के वगेर कैसे जिउगा
सिर्फ़ तुम्हारा
विजय
सिर्फ़ तुम्हारा
विजय
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